विवरण

चूड़ी  अजीतगढ़ में आपका स्वागत है ।
     
भारत में चूड़ी अजीतगढ़ एक बहुत ही खुबसूरत घूमने लायक जगह है । यह एक एसीजगह है जहाँ पर पुराणी हवेलिया , गढ़  आज भी मोजूद है । इसीलिए इसे राजा - माहाराजाओ की धरती कहा जाता है । यह रेगिस्तानी इलाका है । हर तीसरा विदेशी पर्यटक यहाँ आता है जो राजस्थान में  घुमने के लिए आता है । राजस्थान में चूड़ी अजीतगढ़ एक अदभुत पर्यटन स्थल है ।


विवरण 

वास्तविक नाम - चूड़ी जोधन 

भौगोलिक स्थिति: झुंझुनू , राजस्थान , इंडिया , एशिया 

भौगोलिक निर्देशांक: 27° 58'37.23'' उत्तर , 75° 11'11.71" पूर्व 

जनसँख्या : 4210

घरों की संख्या : 721

साक्षरता: 67.77%

पुरुष जनसँख्या : 50.23%

स्त्री जनसँख्या : 49.77%

चूड़ी अजीतगढ़ उपग्रह मानचित्र में आपका स्वागत है । यह स्थान राजस्थान राज्य के झुंझुनू जिले में स्थित है । भौगोलिक निर्देशांक  27° 58'37.23'' उत्तर , 75° 11'11.71" पूर्व  और इसका वास्तविक नाम चूड़ी जोधन है । आप इसकी फोटो निचे दी गयी फोटो में देख सकते है । राजस्थान राज्य के चूड़ी अजीतगढ़ की लगभग जनसँख्या 4210 है । चूड़ी अजीतगढ़ के निकटतम पर्यटन स्थल मंडावा, मुकन्दगढ़  है  । चूड़ी अजीतगढ़ का निकटतम रेलवे स्टेशन मुकन्दगढ़ है जो कि इससे 8  कि.मी. दुरी पर स्थित है । और निकटतम एअरपोर्ट जयपुर है  जो इससे लगभग 180  कि.मी.  दूर है । यह समुद्री सतह से 1135  मी. उचाई पर स्थित है । चूड़ी अजीतगढ़ का गढ़ महाराजा अजीतसिंह ने अपनी तहसील के मकसद से बनवाया था । आजादी के बाद गढ़ कि देख - रेख प्राचार्य श्री सीताराम जी शर्मा द्वारा की जा  रही है ।


चूड़ी अजीतगढ़ का तापमान और वातावरण 

राजस्थान वातावरण की द्रष्टि से एक सुखा स्थान है । अरावली पर्वत श्रंख्माला जो की राजस्थान  के दक्षिण - पश्चिम से लेकर उत्तर  - पूर्व में जाती है जो इसे दो भागो में बाँटती है , एक रेगिस्तानी जो पूर्व में  व दूसरा अल्प रेगिस्तानी इलाका पश्चिम दिशा में है । पूर्वी हिस्से में जनसंख्या ज्यादा है । 33 जिलो में से १९ जिले पूर्वी दिशा में आते है ।

राजथान में मानसून जून माह के अंत में आता है जिसमे आंधी , तूफानी भरा वातावरण भी रहता है । जब यहाँ हलकी बारिश शुरू हो जाती है तो तापमान  में गिरावट आ जाती है । यहाँ की अनुपजाऊ प्राक्रतिक द्रश्य वाली भूमि (जो की हरी - भरी) एक अदभुत नजारा पेश करती है । इस मौसम में प्रवासी पक्षियों की हल- चल शुरू हो जाती है ।

एक सितम्बर के बाद से  यात्रा की योजना कर सकते हैं, लेकिन यह सबसे अच्छा है की  सर्दियों के मौसम में राजस्थान की यात्रा की जाये ।  वहाँ अधिकतम और न्यूनतम तापमान और राज्य भर में क्षेत्रीय रूपोंमें एक उल्लेखनीय बदलाव है, लेकिन आम तौर पर तापमान अधिकतम  24 डिग्री सेल्सियस और राजस्थान  न्यूनतम 9  डिग्री  रहता है । राज्य में सर्दियों के दौरान पूरी तरह से अलगपोशाक पहनी जाती  है. एक इस  मौसम के दौरान एक लंबी  दौरे की योजना कर सकते हैं, प्रमुख शहरों की यात्रा, थार की  रेत पर अपने पैरों के निशान देख सकते है , किलों और सुस्वादुमहलों को भी देख सकते है । भरतपुर अभयारण्य भी  यात्रा के लिए अच्छी जगह है , और आप साइबेरियाईसारस को भी देख सकते है  आप यात्रा पर  जाने से पहले राजस्थान की जलवायु की भी कुछ जानकारी  यहाँ से ले सकते है |